पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का गठन करना ऐतिहासिक कदम : राकेश चंद्राकर
पिछड़ा वर्ग हितैषी सरकार है भाजपा सरकार : राकेश चंद्राकर
बहुसंख्यक पिछड़ा वर्ग समाज के हित में राज्य सरकार का सार्थक कदम : राकेश चंद्राकर
* भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओबीसी मोर्चा ने पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग गठन का किया स्वागत
रायपुर । भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओबीसी मोर्चा राकेश चंद्राकर ने विष्णुदेव सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग गठन के निर्णय को स्वागत योग्य बताते हुए प्रदेश के पिछड़ा वर्ग समाज की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया है।
श्री चंद्राकर ने कहा कि आयोग गठन से पिछड़ा वर्ग के महिलाओं की राजनीतिक हिस्सेदारी, छात्र-छात्राओं को शिक्षा में आरक्षण, रोजगार में मिल रहे आरक्षण को और पारदर्शी बनाकर व्यवस्थित किया जाएगा। निश्चित ही भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश के बहुसंख्यक समाज पिछड़ा वर्ग के हितों को ध्यान में रख सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं।
श्री चंद्राकर ने कहा कि धर्म निरपेक्षता और प्रजातांत्रिक प्रणाली को आधार मानकर भारतीय संविधान में देश के सभी नागरिकों को जहां समानता का अधिकार दिया गया है। वहीं समाज के कमजोर और अन्य पिछड़े वर्गो के लोगों को सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक रूप से ऊंचा उठाने हेतु संवैधानिक रूप प्रावधान किया गया है। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति हेतु छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अन्य पिछडे वर्ग के हितार्थ विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। प्रदेश की लगभग 52 प्रतिशत जनसंख्या पिछड़े वर्ग की है, और इतनी बड़ी जनसंख्या के विकास एवं कल्याण हेतु नि:संदेह ही एक स्वतंत्र विभाग की आवश्यकता काे देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के विष्णुदेव सरकार ने पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग की स्थापना की है।
इस आयोग के गठन का मुख्य उद्देश्य राज्याधीन सेवाओं में पिछड़े वर्ग हेतु अनुमन्य आरक्षण सुनिश्चित कराने तथा पिछड़े वर्ग की सूची में अपेक्षित जातियों का समावेश करना अथवा निष्कासित करने की संस्तुति शासन को भेजने का है। पिछड़े वर्गो के उत्थान के लिए शिक्षा का स्थान सर्वोपरि है। शिक्षा के अभाव के कारण ही कोई वर्ग पिछड़ा रह जाता है। भारत के स्वतंत्रता प्राप्ति की लम्बी अवधि के बाद भी अन्य पिछड़े वर्गो के शैक्षिक स्तर में अभी तक अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है। शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए कई प्रयत्न किये गये हैं। आयोग के माध्यम से सरकार द्वारा पिछड़े वर्गो के विकास के लिए शैक्षिक कार्यक्रमों के अन्तर्गत योजनाएँ भी संचालित की जाएगी।