महापौर का जाति प्रमाण पत्र हुआ फर्जी घोषित जिला स्तरीय जातिप्रमाण सत्यापन समिति का फैसला ऋतु चौरसिया के पक्ष मे–
महापौर का जाति प्रमाण पत्र हुआ फर्जी घोषित
जिला स्तरीय जातिप्रमाण सत्यापन समिति का फैसला ऋतु चौरसिया के पक्ष मे–
ज्ञात रहेकि भाजपा से 2019 नगरीय निकाय कोरबा की प्रत्याशी रही सुश्री ऋतु चौरसिया ने
महापौर राजकिशोर प्रसाद के कूटनीतिक जातिप्रमाण की शिकायत कोरबा कलेक्ट्रेट जातिप्रमाण सत्यापन समिति मे दिनांक 12/02/2021 को कि थी करीबन कांग्रेस सरकार की सत्ता के प्रभाव के कारण करीब तीन वर्षो तक इस शिकायत पर कोई भी कार्रवाई नही की गयी नही संबधित पक्ष को किसी भी प्रकार का नोटिस भेजा गया जबकि ऋतु चौरसिया द्रारा लगातार इस संबध मे स्मरण पत् एवं जांच हेतू प्रशासन को स्मरण कराए जाते रहा । सभी को पता है कि 3/12/2023 तक के कांग्रेस 5वर्षो का कार्यकाल तानाशाही , भ्रष्टाचार, अव्यवस्था के कारण जाना जाता रहा । जिसका प्रत्यक्ष उदाहरणो मे एक महापौर के प्रमाण पत्र के संबध मे किसी भी प्रकार की कर्यवाही न होना है।
3दिसंबर को कोरबा के मंत्री के तानाशाही रवैये को कोरबा की जनता ने सिरे से नकार कर ऐतिहासिक बदलाव लाया।
जिलास्तरीय जातिप्रमाण सत्यापन समिति ने अपने वास्तविक दस्तावेज के साथ उपस्थित होने का महापौर राजकिशोर प्रसाद जी को तीन से चार मौका दिया किन्तु राजकिशोर प्रसाद को अपने कूटनीति की कलई खुलती देख एक बार भी दस्तावेज लेकर उपस्थित नही हुए। अतः जिलास्तरीय जातिप्रमाण सत्यापन समिति ने राजकिशोर प्रसाद के समाजिक प्रस्थिती प्रमाण पत्र अर्थात जाति प्रमाण पत्र को निलंबित करने का निर्णय लिया राजकिशोर प्रसाद को अअंतिम जांच तक किसी भी हित एवं लाभ का उपयोग नही किये जाने का निर्देश संक्षम प्रधिकारी को दिया है।